भारत की स्पेशल फोर्सेस उन सैनिकों का समूह हैं, जो अत्यधिक कठिन और संवेदनशील मिशनों को अंजाम देने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं। इन सैनिकों की क्षमताएँ केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक विकसित होती हैं। भारतीय स्पेशल फोर्सेस का कार्य न केवल युद्धभूमि पर होता है, बल्कि वे आतंकवाद, बंधक बचाव, गुप्त ऑपरेशन और अन्य प्रकार के खतरनाक मिशनों में भी संलग्न होते हैं। आइए, जानते हैं भारतीय स्पेशल फोर्सेस के बारे में और उनके प्रमुख योगदान के बारे में।
प्रमुख भारतीय स्पेशल फोर्सेस
भारत में कई प्रकार की स्पेशल फोर्सेस हैं, जो विशिष्ट मिशनों के लिए अलग-अलग रूप में काम करती हैं। कुछ प्रमुख भारतीय स्पेशल फोर्सेस यूनिट्स इस प्रकार हैं:
1. National Security Guard (NSG)
NSG भारत की सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित स्पेशल फोर्स है। इसका गठन 1984 में हुआ था, और यह आतंकवाद विरोधी अभियानों और बंधक बचाव के लिए प्रमुख भूमिका निभाती है। NSG के सैनिकों को "ब्लैक कैट्स" कहा जाता है, और ये शहरी क्षेत्रों में आतंकवादी हमलों का सामना करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं।
- प्रसिद्ध ऑपरेशन: NSG का सबसे प्रसिद्ध ऑपरेशन 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के दौरान था, जब उन्होंने ताज होटल और अन्य स्थानों से आतंकवादियों को मार गिराया।
2. Marcos (Marine Commandos)
MARCOS भारतीय नौसेना की विशेष इकाई है, जिसे समुद्र और तटीय क्षेत्रों में ऑपरेशन करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। ये कमांडो समुद्र में आतंकवादियों, समुद्री डाकुओं और अन्य खतरों से निपटने में माहिर होते हैं।
- प्रसिद्ध ऑपरेशन: MARCOS ने 2008 के मुंबई हमलों के दौरान तटरक्षक अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
3. Para SF (Paratroopers Special Forces)
भारतीय सेना की पैरा स्पेशल फोर्सेस (Para SF) को भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा माना जाता है। ये विशेष रूप से असामान्य युद्ध (Unconventional Warfare), गुप्त मिशन और पैराशूट से उतरकर युद्ध क्षेत्रों में घुसपैठ करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं।
- प्रसिद्ध ऑपरेशन: ऑपरेशन राहत (2015) के तहत पैराशूट से उतरकर उरी, कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया।
4. Cobra (Commando Battalion for Resolute Action)
COBRA भारतीय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की एक विशेष इकाई है, जिसे नक्सलवाद और विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। COBRA के कमांडो को घने जंगलों और कठिन क्षेत्रों में अभियान चलाने के लिए विशेषज्ञता प्राप्त है।
- प्रसिद्ध ऑपरेशन: COBRA ने नक्सलियों के खिलाफ कई सफल अभियानों को अंजाम दिया है, विशेषकर छत्तीसगढ़ और झारखंड में।
5. Special Frontier Force (SFF)
SFF को "ख़ास कमांडो फोर्स" के रूप में भी जाना जाता है। इसका गठन 1962 में हुआ था और यह मुख्य रूप से तिब्बती शरणार्थियों से मिलकर बनी एक इकाई है। SFF का काम सीमा सुरक्षा, विशेष सैन्य अभियानों और गुप्त ऑपरेशनों में है।
- प्रसिद्ध ऑपरेशन: SFF ने 1965 और 1971 के युद्धों में अहम भूमिका निभाई थी, और आज भी लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में सीमा सुरक्षा में तैनात है।
6. Greyhounds
Greyhounds भारतीय पुलिस की विशेष इकाई है, जिसे विशेष रूप से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इस इकाई का प्रमुख उद्देश्य नक्सल और माओवादी गतिविधियों को खत्म करना है।
- प्रसिद्ध ऑपरेशन: Greyhounds ने कई माओवादी गढ़ों पर सफल हमला किया है, जिनमें छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की जंगलों में महत्वपूर्ण अभियानों को अंजाम दिया गया।
भारतीय स्पेशल फोर्सेस का प्रशिक्षण
स्पेशल फोर्सेस के कमांडो को अन्य सैनिकों से कहीं अधिक कठिन ट्रेनिंग दी जाती है। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनिंग पहलू निम्नलिखित हैं:
- शारीरिक ताकत: कड़ी शारीरिक ट्रेनिंग, जिसमें लंबी दौड़, वजन उठाने, तैराकी, लंबी चढ़ाई और अन्य शारीरिक चुनौतियाँ शामिल होती हैं।
- मानसिक दृढ़ता: मानसिक तनाव, दबाव और भय के बावजूद ठंडे दिमाग से निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना।
- गुप्त संचालन और लोहा काम करना: गुप्त ऑपरेशनों के दौरान किस प्रकार चुपके से दुश्मन के इलाके में घुसपैठ की जाती है और उसे नष्ट किया जाता है, इसका विशेष प्रशिक्षण लिया जाता है।
- सर्वाइवल ट्रेनिंग: जंगलों, पहाड़ों, और समुद्रों में जीवित रहने के लिए प्रशिक्षण। इसमें भोजन की तलाश, पानी के स्रोतों का पता लगाना, और अपने अस्तित्व के लिए जरूरी उपकरणों का उपयोग शामिल होता है।
- हथियार और तकनीकी कौशल: विभिन्न प्रकार के हथियारों का प्रयोग, जैसे असॉल्ट राइफल, स्नाइपर राइफल, हैंडगन, ब्लेड आदि के इस्तेमाल में दक्षता।
भारतीय स्पेशल फोर्सेस की चुनौतियाँ
स्पेशल फोर्सेस के सैनिकों का सामना न केवल भौतिक और मानसिक चुनौतियों से होता है, बल्कि इनका कार्य बहुतेरे खतरों और संवेदनशील परिस्थितियों से भरा होता है। इनका कार्य अक्सर दुश्मन के इलाके में होता है, और ये कई बार ऐसे खतरों का सामना करते हैं, जिनका परिणाम देश की सुरक्षा पर सीधा असर डाल सकता है।
इन सैनिकों को खुद को किसी भी स्थिति में पूरी तरह से तैयार रखना होता है। कभी तो वे समय से पहले अपने मिशन को पूरा करके लौट आते हैं, लेकिन कई बार इनकी सफलता की कीमत जान की कुर्बानी भी होती है।
निष्कर्ष
भारतीय स्पेशल फोर्सेस हमारे देश की सुरक्षा का एक अहम हिस्सा हैं। इनकी बहादुरी, समर्पण और उच्च प्रशिक्षित कौशल का कोई मुकाबला नहीं है। ये सैनिक केवल युद्ध के मैदान पर ही नहीं, बल्कि आतंकवाद, प्राकृतिक आपदाओं और सीमा पर सुरक्षा के मोर्चे पर भी हमारी रक्षा करते हैं। हमें गर्व होना चाहिए कि हम एक ऐसे देश का हिस्सा हैं, जहाँ इतने काबिल और बहादुर सैनिक मौजूद हैं जो किसी भी संकट में अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश की सेवा करते हैं।