एलोन मस्क और ट्विटर की कहानी एक रोमांचक, महत्वाकांक्षी और विवादास्पद सफर है, जिसने टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया की दुनिया को हिला कर रख दिया। 2022 में, मस्क ने ट्विटर को $44 बिलियन में खरीदकर इसे पूरी तरह से बदलने का सपना देखा। उनका उद्देश्य था इसे "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" का वैश्विक मंच बनाना।
मार्च 2022 में, मस्क ने चुपचाप ट्विटर का 9.2% हिस्सा खरीद कर, ट्विटर का सबसे बड़ा शेयरधारक बनने के बाद, मस्क ने इसे खरीदने की पेशकश की। हालांकि, बॉट्स और फर्जी अकाउंट्स पर विवाद ने सौदे को मुश्किलों में डाल दिया। अक्टूबर 2022 में, कानूनी लड़ाई के बाद, मस्क ने $44 बिलियन में ट्विटर को आधिकारिक तौर पर अधिग्रहित कर लिया। उनका लक्ष्य था इसे एक ऐसा मंच बनाना जहां विचारों का आदान-प्रदान बिना सेंसरशिप के हो सके।
इसके बाद, मस्क ने कंपनी में बड़े बदलाव किए—शीर्ष अधिकारियों को बर्खास्त किया, कर्मचारियों में कटौती की, और ट्विटर का नाम बदलकर X कर दिया, जो उनके "ऑल-इन-वन" प्लेटफ़ॉर्म के दृष्टिकोण को दर्शाता है। उन्होंने इसे "सुपर ऐप" बनाने की योजना बनाई, जो सोशल मीडिया के अलावा भुगतान और सेवाओं का मंच बने। हालांकि, उनकी नीतियों पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं। जहां कुछ ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन माना, वहीं दूसरों ने इसे नफरत और गलत जानकारी फैलाने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया।
एलोन मस्क द्वारा ट्विटर खरीदने की कहानी के पीछे कई महत्वपूर्ण घटनाएं और उद्देश्य छिपे हैं। यह सिर्फ एक कारोबारी सौदा नहीं, बल्कि एक बड़े विजन, विवाद और शक्ति के खेल की कहानी है।
1. शुरुआत: ट्विटर की आलोचना
एलोन मस्क, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर का सक्रिय उपयोग करते थे, ने इसे लेकर अपनी असंतुष्टि जाहिर की। उन्होंने कहा कि ट्विटर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबा रहा है और यह एक ऐसा मंच होना चाहिए जहां लोग बिना डर के अपने विचार साझा कर सकें।
2. गुपचुप हिस्सेदारी खरीदना
मार्च 2022 में, मस्क ने ट्विटर का 9.2% हिस्सा खरीद लिया, जिससे वे कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक बन गए। यह कदम पूरी दुनिया और खुद ट्विटर के लिए भी चौंकाने वाला था।
3. खरीदने का प्रस्ताव
अप्रैल 2022 में, मस्क ने ट्विटर को $44 बिलियन में खरीदने का प्रस्ताव दिया। उनका कहना था कि वे ट्विटर को एक "फ्री स्पीच" प्लेटफ़ॉर्म बनाना चाहते हैं और इसके छुपे हुए संभावनाओं को बाहर लाना चाहते हैं।
4. विवाद और कानूनी लड़ाई
शुरुआत में ट्विटर के बोर्ड ने इस प्रस्ताव का विरोध किया और "पॉइज़न पिल" नामक रणनीति अपनाई ताकि मस्क इसे न खरीद सकें। लेकिन बाद में, बोर्ड ने सौदा स्वीकार कर लिया।
जुलाई 2022 में, मस्क ने सौदे से पीछे हटने की कोशिश की, यह दावा करते हुए कि ट्विटर ने प्लेटफॉर्म पर बॉट और फर्जी अकाउंट्स की सही जानकारी नहीं दी। इस पर ट्विटर ने मस्क के खिलाफ मुकदमा दायर किया।
5. अधिग्रहण और बदलाव
अक्टूबर 2022 में, मस्क ने कानूनी दबाव में सौदा पूरा कर लिया। इसके तुरंत बाद उन्होंने:
- सीईओ और टॉप एग्जीक्यूटिव्स को निकाल दिया
- बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भंग कर दिया
- कंपनी में व्यापक बदलाव करना शुरू कर दिया।
6. ट्विटर से X तक का सफर
2023 में, मस्क ने ट्विटर का नाम बदलकर X कर दिया। उनका उद्देश्य इसे एक "एवरीथिंग ऐप" बनाना है, जो न केवल सोशल मीडिया बल्कि भुगतान, संचार और सेवाओं के लिए भी उपयोगी हो।
7. कहानी के पीछे मस्क का उद्देश्य
- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: मस्क ने कहा कि उनका लक्ष्य ट्विटर को एक ऐसा वैश्विक मंच बनाना है, जहां हर कोई खुलकर बात कर सके।
- व्यावसायिक दृष्टि: मस्क चाहते थे कि ट्विटर एक "सुपर ऐप" बने, जैसा कि चीन में WeChat है।
- प्रभाव और शक्ति: मस्क ने महसूस किया कि ट्विटर जैसे बड़े प्लेटफॉर्म को नियंत्रित करके वे वैश्विक संवाद और नीतियों पर प्रभाव डाल सकते हैं।
8. आलोचना और प्रभाव
मस्क के अधिग्रहण के बाद:
- कई लोगों ने उनकी "फ्री स्पीच" नीति का स्वागत किया।
- लेकिन नफरत भरे भाषण, गलत सूचनाओं और कर्मचारियों की छंटनी के कारण आलोचना भी हुई।
एलोन मस्क द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण सिर्फ एक टेक डील नहीं थी, बल्कि एक ऐसा कदम था जिसने सोशल मीडिया, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और बिजनेस की दुनिया में बड़ा बदलाव किया। यह कहानी साहस, विवाद और नवाचार के मिश्रण की है, जो आज भी चर्चा का विषय बनी हुई है।
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